क्रिकेट की दुनिया में महान कप्तानों की लिस्ट में शुमार महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी कप्तानी में कई युवा खिलाड़ियों को मौके देकर उनकी किस्मत चमकाई है, लेकिन कुछ ऐसे भी रहे जो उनकी अगुआई में कभी कोई मैच नहीं खेल सके. एक ऐसा ही खिलाड़ी है, जो कभी धोनी के साथ मैदान पर नहीं उतर सका. लेकिन अब ये खिलाड़ी अब दलीप ट्रॉफी 2023 में बल्ले से धमाल मचा रहा है.
95.44 के औसत से कर रहा बल्लेबाजी:-
जिस खिलाड़ी का जिक्र हो रहा है, वह चेन्नई सुपर किंग्स के युवा बल्लेबाज निशांत सिंधु (Nishant Sindhu) हैं. निशांत ने दलीप ट्रॉफी मैच में बल्ले से कमाल दिखाया लेकिन पिछले सीजन में उन्हें दिग्गज धोनी ने चेन्नई सुपर किंग्स टीम से एक भी मैच खेलने का मौका नहीं दिया था. ध्रुव शोरे की संयम से खेली गई शतकीय पारी की मदद से नॉर्थ जोन ने बुधवार को नॉर्थ ईस्ट जोन के खिलाफ 4 दिवसीय दलीप ट्रॉफी क्वार्टरफाइनल के पहले दिन स्टंप तक 87 ओवर में 6 विकेट पर 306 रन बना लिए.
निशांत सिंधू ने भी नाबाद 76 रन के अर्धशतक से पारी मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. दिल्ली के खिलाड़ी ध्रुव इस मैच से पहले शानदार फॉर्म में चल रहे थे और उन्होंने यही लय जारी रखी. उन्होंने 2022-23 रणजी सत्र के सात मैचों में 95.44 के बेहतरीन औसत से 859 रन बनाए थे जिसमें तीन शतक शामिल रहे.
15 ओवर में बने थे 29 रन:-
बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में यह 31 साल का खिलाड़ी पिछले रणजी ट्रॉफी सीजन में चौथा सर्वाधिक रन जुटाने वाला खिलाड़ी बना था. दिन में खेली गई उनकी पारी के दौरान उनके इस अनुभव की झलक दिखाई दी. नॉर्थ ईस्ट ने टॉस जीतकर फील्डिंग का फैसला किया. ध्रुव ने हालांकि उसके पेसर जोतिन सिंह, पालजोर तमांग और दिप्पू संगमा के खिलाफ क्रीज पर जमने में अपना समय लिया.
नॉर्थ ईस्ट के तेज गेंदबाजों को पिच से कुछ मदद मिल रही थी लेकिन वे ध्रुव और उनके ओपनर प्रशांत चोपड़ा को अपनी तेज गेंदबाजी से जल्दी आउट नहीं कर सके. हालांकि पहले 15 ओवर में नॉर्थ जोन की टीम महज 29 रन ही बना सकी.
जोतिन का गेंद से कमाल:-
नॉर्थ जोन ने लंच तक 34 ओवर में 2 विकेट गंवाकर 115 रन बना लिए थे और ये दोनों विकेट बल्लेबाजों की गलतियों से गिरे. चोपड़ा ने जोतिन की गेंद को छोड़ने का प्रयास किया लेकिन वह इसमें फुर्तीले नहीं रहे और आउट हो गए. अंकित कलसी भी जोतिन की गेंद को समझ नहीं सके और बिना रन बनाए पवेलियन लौट गए. लंच के बाद के सत्र में भी पूर्वोत्तर टीम ने 2 विकेट झटक लिए जिसमें प्रभसिमरन सिंह ने इमलीवती लेमतूर के खिलाफ आक्रामक होने की कोशिश की जिससे वह किशन मिएताम को कैच दे बैठे.
खराब रोशनी के कारण जल्दी रुका खेल:-
कुछ देर बाद अंकित कुमार को संगमा ने आउट किया जिससे 46वें ओवर में उत्तर क्षेत्र का स्कोर चार विकेट पर 162 रन हो गया लेकिन ध्रुव और निशांत ने पांचवें विकेट के लिए करीब 22 ओवर में 80 रन की साझेदारी की जिससे उत्तर क्षेत्र की टीम से दबाव थोड़ा कम हुआ. लेफ्ट आर्म स्पिनर किशन सिंघा ने 2 गेंद में 2 विकेट झटक लिए जिसमें ध्रुव और कप्तान जयंत यादव का विकेट शामिल था जिससे स्कोर 6 विकेट पर 242 रन हो गया. करीब 30 ओवर बचे थे, निशांत और पुलकित नागर ने 7वें विकेट के लिए 64 रन की साझेदारी कर टीम को संभालने में मदद की जिससे खराब रोशनी के कारण खेल रोके जाने तक उत्तर क्षेत्र अच्छी स्थिति में पहुंच गई थी.