चलते में पेट्रोल बचने के लिए इस कार का आधा इंजन बंद हो जाता है, अजब की तकनीक से लेस है यह कार। ऑटोमोबाइल बाजार बदलने के साथ ही अब नई टेक्नोलॉजी की कारों ने दस्तक दी है. ये कारें पावरफुल होने के साथ ही फ्यूल एफिशिएंट भी हैं. इन कारों का माइलेज काफी अच्छा है और बेहतर माइलेज होने के चलते लोग इन्हें पसंद कर रहे हैं. फॉक्सवैगन ऑटो ग्रुप ने भारत में बेची जा रही अपनी एक कार में ऐसी तकनीक का इस्तेमाल किया है जिससे चलती कार का आधा इंजन बंद होकर फ्यूल की बचत करता है. कंपनी ने हाल ही में लॉन्च हुई वर्टस (Volkswagen Virtus) सेडान में सिलेंडर डिएक्टिवेशन तकनीक का इस्तेमाल किया है. कंपनी का दावा है कि यह तकनीक ईंधन की बचत करने में कारगर है. आखिर क्या है सिलेंडर डिएक्टिवेशन तकनीक और यह कैसे फ्यूल की बचत करता है.
यह भी पढ़े- Iphone जैसा दिखने वाला स्मार्टफोन मात्र 10 हजार में ला रहा Realme, डिजाइन देख कहेंगे अरे यह तो फोटोकॉपी है
सिलेंडर डिएक्टिवेशन का इस्तेमाल सबसे पहले इसमें किया गया था

बता दे की सिलेंडर डिएक्टिवेशन तकनीक का इस्तेमाल सबसे पहले जनरल मोटर्स ने अपनी 6.0 लीटर वाली वी8 इंजन में किया था. हालांकि, उस समय इस तकनीक के इस्तेमाल से कारों में कई तरह की समस्याएं आने लगीं जिसके चलते कंपनी ने ऐसी कारों को बनाना बंद कर दिया। हालांकि, कई सालों बाद फोर्ड मोटर्स ने सिलेंडर डिएक्टिवेशन तकनीक में सुधार करने के बाद इस तकनीक से लैस पहली कार को साल 2005 में लॉन्च किया और वह कार ग्राहकों को खूब पसंद आई.
इन कारो में किया जाता है सिलेंडर डिएक्टिवेशन तकनीक का इस्तेमाल
आपको बता दे की सिलेंडर डिएक्टिवेशन तकनीक 4, 6 या 8 सिलेंडर इंजन वाली कारों में इस्तेमाल किया जाता है. ईंधन बचाने के लिए कार का इंजन चार में से दो सिलेंडर को बंद कर देता है. वहीं 6 सिलेंडर वाली कारों में 3 और 8 सिलेंडर वाली कारों में 4 सिलेंडर बन होकर फ्यूल की बचत करते हैं. सिलेंडर डिएक्टिवेशन तब शुरू होता है जब कार एक तय सीमा से धीमी रफ्तार में चलती है. कम स्पीड में चलने पर कार को ज्यादा पॉवर की जरूरत नहीं पड़ती है, ऐसे में सिलेंडर डिएक्टिवेशन अपने आप एक्टिवेट हो जाता है.
इन कंपनी की कारे होती है इससे लेस

यह भी पढ़े- Creta की छाती पर मूंग दल रही Maruti की सस्ती सुन्दर कार, तगड़े फीचर्स से बन रही ग्राहकों की पसंदीदा
फॉक्सवैगन और स्कोडा जैसे कार निर्माता अपनी नई कारों में इस तकनीक का इस्तेमाल कर रही हैं. हाल ही में लॉन्च हुई फॉक्सवैगन वर्टस और स्कोडा स्लाविया में 1.5 लीटर टीएसआई इंजन में सिलेंडर डिएक्टिवेशन तकनीक दी गई है. दोनों कारें 18-19 km/लीटर की माइलेज देती हैं.
<p>The post कार में चलते में पेट्रोल बचाने के लिए इस कार का आधा इंजन बंद हो जाता है, अजब की तकनीक से लेस है यह कार first appeared on Gramin Media.</p>